न्यूज़ यूपी 24x7|मेरठ| संपादक अजय चौधरी। वर्तमान परिदृश्य में आत्मनिर्भर भारत और सनातन संस्कृति एवं चीन की चुनौती विषय पर चल रही दो दिवसीय राष्ट्रीय वेब गोष्ठी के अन्तिम दिन विशिष्ट अतिथि पंकज गोयल राष्ट्रीय महामंत्री भारत तिब्बत सहयोग मंच के द्वारा बताया गया कि आज अगर पुर्व की सरकार तिब्बत पर सही कदम उठा लेती और चीन के हाथो में तिब्बत न जाने देती तो आज चीन की समस्या हमारे सामने नहीं होती । चीन एक विस्तारवादीि देश हे जिसका मकसद दुसरे देश में कब्जा करना रहा है, और चीनी समान का बहिष्कार करो , कैलास मानसरोवर की मुक्ति हो और संगठन के उद्देश्यों का वर्णन किया।
मुख्य वक्ता प्रो कुलदीप अग्निहोत्री कुलपति ने कहा कि यदि तिब्बत आज स्वतंत्र राष्ट्र होता तो चीन की समस्या हमारे समक्ष उपस्थित ही नहीं होती। पिछली सरकारों द्वारा तिब्बत के प्रश्न पर उदासीन रवैया अपनाने से हमारी सुरक्षा को खतरे में डाल दिया गया । वर्तमान सरकार ने चीन को चीन की भाषा में जबाब दिया है और अपनी सीमा पर इंफरासटकचर का विकास करना प्रारहे कर दिया है जिससे चीन बौखलाया हुआ है यह कार्य भूतपूर्व सरकारों द्वारा बहुत पहले कर लेना चाहिए था।
कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो नरेन्द्र कुमार तनेजा कुलपति चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ ने कहा कि भारत शिक्षा एवं कौशल विकास के द्वारा ही आर्थिक शक्ति बन सकता है । उनहोंने आर्थिक दृष्टि से भारत को सक्षम बनाने के लिए भूमि, मजदूर और पूंजी पर ध्यान देने की बात कही । आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए आवश्यक है कि कम लागत में वस्तुओं का निर्माण कर उन्हें विश्व के बाज़ार में स्थापित किया जाए और इसके लिए तकनीकी शिक्षा के साथ साथ शोध पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में प्रति कुलपति प्रो वाई विमला, प्रोफेसर वीरसिंह , प्रोफेसर अमितेश शर्मा , प्रोफेसर विजय जायसवाल, प्रोफेसर मलिक , प्रोफेसर शैलेन्द्र शर्मा, दाऊ दयाल यादव, राजीव सिंह, राहुल, कुलदीप, वरूण, मोसम, डॉ युगल किशोर, अंकुश वर्षा गौतम, ज्ञानिका शुक्ला, भारत तिब्बत सहयोग मंच के कार्यकर्ता व मेरठ दिल्ली व अन्य विश्वविद्यालय के शिक्षक विश्वविद्यालय के छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे ।

No comments:
Post a Comment