मेरठ। बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान (एपीड़ा) ने आज मोदीपुरम में हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए बासमती बीज उत्पादन विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें 100 से अधिक किसानों ने भाग लिया। प्रशिक्षण का नेतृत्व हरियाणा के महाप्रबंधक श्री राकेश गौड़ ने किया।प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, डॉ. सुनील कुमार, निदेशक, भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान, मोदीपुरम ने बासमती धान की विशेषताओं पर चर्चा करते हुए इसे "बासमती का मंदिर" कहा। उन्होंने बताया कि यह एकमात्र सेंटर है जहां बासमती उत्पादक वैज्ञानिक और किसान ज्ञान प्राप्त करते हैं।डॉ. अनुपम दीक्षित ने बताया कि बी ई डी एफ देश का सर्वश्रेष्ठ बीज तैयार करता है और किसानों को उत्कृष्ट बीज उत्पादन की प्रक्रिया का व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. रितेश शर्मा ने बासमती बीज उत्पादन की विधियों पर विस्तार से चर्चा की और बताया कि अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों से बासमती का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी।पूर्व निदेशक, प्रसार कृषि विश्वविद्यालय, डॉ. एस के सचान ने किसानों को रसायनों और उर्वरकों के उचित प्रयोग की सलाह दी, ताकि वे बेहतर फसल प्राप्त कर सकें। श्री राकेश गौड़ ने किसानों को सही जानकारी देने और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम को सफल बनाने की बात कही।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रमोद कुमार तोमर ने किया, जिसमें डॉ. राजेंद्र सिंह और डॉ. नेत्रपाल शर्मा ने भी अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर विनोद, बृजपाल, दिनेश, यशपाल, प्रशांत, और सौरभ का विशेष योगदान रहा।
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