कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसमें मुख्य अतिथि प्रियंका चौधरी ड्रग इंस्पेक्टर, मेरठ, शिवम कौशिक एएसआई फार्मासिस्ट, सीआरपीएफ, मेरठ, एमआईटी के निदेशक डॉ. केएलए खान, डीन एकेडमिक्स डॉ. गौरव शर्मा और प्राचार्य फार्मेसी विभाग डॉ. नीरज कांत शर्मा शामिल थे।
कार्यक्रम की शुरुआत में कविता शर्मा ने विभिन्न गतिविधियों और इस वर्ष के विश्व फार्मासिस्ट दिवस की थीम फार्मासिस्ट वैश्विक स्वास्थ्य आवश्यकताओं की पूर्ति पर प्रकाश डाला। इसके बाद, विशिष्ट अतिथि शिवम कौशिक ने अपने संबोधन में फार्मासिस्टों की बदलती जिम्मेदारियों और सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा में उनकी भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट मरीजों और चिकित्सा सेवाओं के बीच सेतु का कार्य करते हैं, और वैश्विक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने में उनकी अहम भूमिका है। मुख्य अतिथि प्रियंका चौधरी ने अपने प्रेरणादायक भाषण में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में फार्मासिस्टों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के स्तंभ हैं और टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच और उचित दवा उपयोग परामर्श जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान कर चिकित्सा प्रणाली पर दबाव को कम करते हैं।इस अवसर पर फार्मा क्विज प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग, रंगोली मेकिंग और स्लोगन लेखन जैसी रंगारंग गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें छात्रों की रचनात्मकता और प्रतिभा प्रदर्शित हुई। सभी गतिविधियों का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता और पहुंच को सुधारने में फार्मासिस्टों के योगदान को उजागर करना था। इसके अलावा, छात्रों ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया, जिससे उन्होंने अपनी उत्सुकता और प्रतिभा का परिचय दिया। कार्यक्रम स्थल पर भोजन और खेलों के स्टॉल भी लगाए गए, जिससे उत्साह और बढ़ा। छात्रों द्वारा आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर में रक्तचाप माप, रक्त शर्करा परीक्षण, बीएमआई जांच और सामान्य स्वास्थ्य परामर्श जैसी निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं।प्राचार्य डॉ. नीरज कांत शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए वैश्विक स्वास्थ्य में फार्मासिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और फार्मासिस्ट शपथ दिलाई, जिसमें नैतिक आचरण और रोगी देखभाल के प्रति संकल्प को दोहराया गया। कार्यक्रम के समापन पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
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