‘अभिव्यक्ति की आज़ादी’ विषय पर हुई सारगर्भित चर्चा, मूट कोर्ट के माध्यम से छात्रों ने रखा पक्ष
कलमकारों का योगदान किसी भी क्रांतिकारी से कम नहीं : सुधीर गिरि
मीडिया लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ : प्रो. (डॉ.) उदयवीर सिंह
मेरठ, 3 मई। श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय/संस्थान, राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित परिसर में शनिवार को ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस’ के उपलक्ष्य में पत्रकारिता एवं विधि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 'अभिव्यक्ति की आज़ादी' विषय पर संगोष्ठी एवं मूट कोर्ट का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध इतिहासकार एवं वरिष्ठ कानूनविद् प्रो. (डॉ.) उदयवीर सिंह रहे, जिन्हें विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थापक अध्यक्ष सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी, कुलपति प्रो. कृष्णकांत दवे, डीन लॉ डॉ. राजवर्धन सिंह, और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ।
मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) उदयवीर सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अर्थ है निर्भय एवं निष्पक्ष होकर अपने विचारों और भावनाओं को समाज और शासन तक पहुंचाना। यह अधिकार लोकतंत्र की आत्मा है। लेकिन वर्तमान समय में सोशल मीडिया जैसे कुछ प्लेटफार्म तथ्यहीन व भ्रामक सूचनाओं को प्रसारित कर समाज में वैमनस्य फैलाने का कार्य कर रहे हैं, जो चिंता का विषय है।"
कलमकारों ने निभाई क्रांतिकारियों जैसी भूमिका
संस्थापक अध्यक्ष सुधीर गिरि ने कहा, "भारत की आज़ादी में जहां क्रांतिकारियों का अमूल्य योगदान रहा, वहीं कलमकारों एवं पत्रकारों की भूमिका भी उतनी ही सशक्त रही। मीडिया सदैव से आमजन और सत्ता के बीच एक सेतु की भूमिका निभाता आया है।"
मिशनरी पत्रकारिता की ओर बढ़ने का आह्वान
प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी ने कहा कि मीडिया को मिशनरी पत्रकारिता की ओर अग्रसर होना चाहिए, जो सच्चाई, समाज और राष्ट्रहित के प्रति समर्पित हो। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे जातिवाद व क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग करें।
कार्यक्रम में मूट कोर्ट सेरेमनी के माध्यम से छात्रों ने कानून एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर आधारित केस स्टडी प्रस्तुत की, जिसने सभी प्रतिभागियों को प्रभावित किया।
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. पीयूष पांडेय, डीन एकेडमिक डॉ. राजेश सिंह, डॉ. योगेश्वर शर्मा, डॉ. श्यामलाल सिंह, डॉ. मुस्कान गंगवार, डॉ. अनिल जायसवाल, सुश्री सुमन मीणा, श्री अशोक कुमार, सुश्री पूर्वा बाला, श्री सचिन कुमार, श्री अजय कुमार एवं मेरठ परिसर निदेशक डॉ. प्रताप सिंह सहित कई शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं एवं अतिथिगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
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