कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के जीवन में खेल और शारीरिक गतिविधियों के महत्व को रेखांकित करना तथा भारत की खेल धरोहर को सम्मान देना रहा। इस अवसर पर लगभग 500 छात्रों ने संकाय सदस्यों और स्टाफ के साथ विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित कर हुई। इसके बाद प्रेरणादायी संबोधन में खेलों की भूमिका को चरित्र निर्माण, टीम भावना और अनुशासन से जोड़ा गया। वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, योग, शतरंज और कैरम जैसे खेलों का आयोजन किया गया।
एमआईटी के निदेशक डॉ. के.एल.ए. खान ने कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया और छात्रों को खेलों के माध्यम से अनुशासन, टीमवर्क और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का संदेश दिया।
वॉलीबॉल प्रतियोगिता में छह टीमों ने भाग लिया, जिसमें बी.टेक टीम विजेता रही, जबकि एमआईटी (पीसी) टीम उपविजेता बनी। बास्केटबॉल प्रतियोगिता में आठ टीमों ने भाग लिया, जिसमें एमआईटी (पीसी) की टीम ‘ए’ प्रथम स्थान पर रही और बी.कॉम टीम उपविजेता बनी।
संस्थान के प्राचार्य डॉ. हिमांशु शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि खेल छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने छात्रों को शिक्षा के साथ शारीरिक फिटनेस पर भी ध्यान देने की प्रेरणा दी और आयोजन टीम की सराहना की।
इस अवसर पर डॉ. संजय माथुर (डीन-स्टूडेंट्स वेलफेयर), डॉ. अंकुर गोयल (डीन-मैनेजमेंट), सोनल अहलावत (एचआर), डॉ. रविन्द्र कुमार सिंह (एचओडी-एमबीए), हिमानी मिश्रा (एचओडी-बीबीए), पर्वेश चौधरी (स्पोर्ट्स ऑफिसर), नवीन तोमर (स्पोर्ट्स कोऑर्डिनेटर), डॉ. अनीश कौशिक सहित सभी संकाय सदस्य मौजूद रहे।
कार्यक्रम के समापन समारोह में फार्मेसी प्राचार्य डॉ. नीरज कांत शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि खेलों में सक्रिय भागीदारी से न केवल शारीरिक फिटनेस बनी रहती है, बल्कि यह व्यस्त जीवनशैली में संतुलन बनाए रखने में भी सहायक है। उनके प्रेरक शब्दों ने छात्रों को खेल भावना के साथ आगे बढ़ने और शिक्षा व खेलों में संतुलन बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।
इसके बाद विजेताओं और प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर ने संस्थान में उत्साह, टीम भावना और एकता का वातावरण बना दिया। एमआईटी ने पुनः यह संकल्प लिया कि वह शिक्षा के साथ-साथ खेल और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों को बढ़ावा देकर छात्रों के बौद्धिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास की दिशा में निरंतर प्रयास करता रहेगा।
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