- इनोवेशन एंड प्रैक्टिसेज इन बायोलॉजिकल एंड एनवायरनमेंट साइंसेज विषय पर हुआ इंटरनेशनल वेबीनार
न्यूज़ यूपी 24x7|मेरठ |अजय चौधरी| मेरठ बागपत बाईपास क्रॉसिंग स्थित मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बायो-टेक्नोलॉजी व माइक्रोबायोलॉजी विभाग और आरजी पीजी कॉलेज मेरठ के वनस्पति विज्ञान विभाग के सहयोग से इंटरनेशनल वेबीनार का आयोजन किया गया।
वेबीनार का विषय इनोवेशन एंड प्रैक्टिसेज इन बायोलॉजिकल एंड एनवायरनमेंट साइंसेज रहा। वेबीनार का उद्देश्य विभिन्न बायो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र और कोविड-19 आदि पर विस्तारपूर्वक जानकारी देना था। वेबीनार में देश एवं विदेश के 181 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराकर भाग लिया।
इस दौरान वेबीनार के मुख्य संरक्षक चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के वाइस चांसलर प्रोफेसर एनके तनेजा ने वेबीनार का शुभारंभ सभी को शुभकामनाएं देते हुए करा। इस अवसर पर आरजी पीजी कॉलेज की प्रधानाचार्य प्रोफेसर अर्चना शर्मा, मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बायो टेक्नोलॉजी एवं माइक्रोबायोलॉजी विभाग की प्रधानाचार्य डॉ शालिनी शर्मा, डॉ मीनू गुप्ता, कोऑर्डिनेटर डॉ अमृता शर्मा मौजूद रही।
वेबीनार के मुख्य वक्ता डॉ निधि सिंह जिंदल ने कोविड-19 की दवा बनाने के प्रयास एवं प्रक्रिया को विस्तारपूर्वक समझाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता डॉ देवाशीष बनर्जी ने वातावरण में ग्रीनहाउस गैसेस के स्तर को कम करने के तरीके एवं कुटीर उद्योग के विकास के तरीकों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद डॉ गरिमा मलिक ने विशिष्ट अतिथियों और मुख्य वक्ता प्रोफेसर वाई विमला को आमंत्रित किया। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ की प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर वाई विमला ने 21वीं सदी में प्रौद्योगिकी के बारे में बताया।
वेबीनार के विशिष्ट अतिथि एवं वक्ता यूनिवर्सिटी ऑफ मलेशिया से डॉ सहदेव शर्मा ने जलवायु परिवर्तन के अनुकूलीकरण को बढ़ावा देने के लिए तटीय वनस्पति की भूमिका पर अपना व्याख्यान दिया। इस वेबीनार को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए डॉ दिव्या, डॉ नेहा, डॉ सोनिया और वंदिता ने आयोजन कमेटी सदस्य के रूप में कार्य किया। कार्यक्रम की मौखिक प्रस्तुति में डॉ निशा राघव, राहुल अरोड़ा, डॉ सफ़वान, डॉ श्वेता रानी, डॉ सीमा तलवार, डॉ पी कविता आदि ने भाग लिया।


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