- एमआईईटी में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया
- शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी स्वस्थ रखना बहुत जरूरी- अनुभा गुप्ता
- परिवार के साथ समय बिताकर करें मानसिक रोग दूर- डॉ विपिन कुमार गर्ग
न्यूज़ यूपी 24x7|मेरठ|संपादक अजय चौधरी| मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एमआईईटी) मेरठ के फार्मेसी विभाग में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य पर ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया। जिसका विषय "मानसिक स्वास्थ्य साक्षरता- एक बेहतर आपके लिए" रहा। ऑनलाइन वेबीनार में 1000 से अधिक शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया।
ऑनलाइन वेबिनार की मुख्य वक्ता मानसिक स्वास्थ्य शिक्षक अनुभा गुप्ता ने बताया की आज दुनिया में कई कारणों से लोग डिप्रेशन या अन्य मानसिक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। कई बार लोग मानसिक रोग की चपेट में इस प्रकार आ जाते हैं कि उन्हें आत्महत्या के ख्याल भी आने लगते हैं। ऐसे में विश्व को मेंटल हेल्थ के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से यह दिन मनाया जाता है। व्यक्ति के लिए शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी स्वस्थ रखना बहुत जरूरी होता है। कोई भी व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है, तो अपनी क्षमता से अधिक कार्य करने की कोशिश करता है, लेकिन व्यक्ति मानसिक रूप से अस्वस्थ रहेगा तो उसकी कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ता है। मानसिक रोग के कुछ लक्षण इस प्रकार है जैसे की उदास रहना, व्याकुल होना, मन न लगना, डर लगना, बार-बार मन में परिवर्तन होना, थकान, कमजोरी होना तथा नींद में दिक्कतों का सामना करना आदि। दैनिक कार्यों में कभी-कभी असमर्थता तथा भूलने की समस्या होना भी मानसिक रोग के लक्षण है।
वेबिनार की कोऑर्डिनेटर रूपाली शर्मा ने बताया की मानसिक रोग होने के बहुत से कारण हो सकते है। मानसिक रोग होने का अधिक संभावना उन लोगों में होता है। जिनके रिश्तेदारों को भी मानसिक बीमारी होती है। न्यूरोट्रांसमीटर स्वाभाविक रूप से वातावरण के प्रभाव में मस्तिष्क के रसायनों को आपके दिमाग तथा शरीर के अन्य भाग में ले जाता है। इनसे जुड़े तंत्रिका तंत्र जब ठीक से काम नहीं करता हैं तो तंत्रिका तंत्र में कुछ परिवर्तन हो जाते हैं और लोगों को डिप्रेशन की समस्या हो जाती है. कभी-कभी शराब या ड्रग्स के पीने से भी मानसिक रोग हो सकते हैं।
फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विपिन कुमार गर्ग ने कहा की मानसिक रोग को दूर करने का सबसे बढ़िया उपाय आत्मविश्वास बढ़ाना तथा खुद की एहमियत एवं कीमत को समझना है। अपने परिवार के साथ थोड़ा समय बिताने की कोशिश करना चाहिए। मानसिक रोग को दूर करने के लिए अपने आप को जितना हो सके व्यस्त रखे।
इस दौरान चेयरमैन विष्णु शरण अग्रवाल, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, डायरेक्टर डॉ मयंक गर्ग, डीन एकेडमिक डॉ डीके शर्मा, डीन बिजनेस स्कूल डॉ देव कुमार अरोड़ा, रजिस्ट्रार संजय वशिष्ट, मीडिया मैनेजर अजय चौधरी,हेड विश्वास गौतम आदि मौजूद रहे।

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