संपादक अजय चौधरी | न्यूज़ यूपी 24x7
मेरठ। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मेरठ सहित प्रदेशभर के सभी चिकित्सा एवं शिक्षण इंस्टिट्यूट में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के उददेश्य से व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अर्न्तगत महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक, स्वास्थ्य एवं कानूनी मामलों से जुडे आवश्यक मुद्दों पर सेमिनार आयोजित कराने तथा आत्मरक्षा की भावनाओं को सुह्नद करने के लिये मार्शल आर्ट एवं जूडो कराटे का प्रशिक्षण देने, उनके अधिकारो के प्रति उन्हें जागरूक करने, नुक्कड नाटक, कविताओं, गोष्ठियों, पेंटिग, कठपुतली मंचन आदि के माध्यम से महिलाओं का जागरूक करना है।
इस अभियान के दूसरे चरण मे कोविड -19 के मानकों का पालन करते हुये सुभारती मेडिकल कॉलिज के प्राचार्य डा.ए.के श्रीवास्तव के निर्देशन में महिला सशक्तिकरण को बढाने के सन्दर्भ में एक जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों द्वारा छात्राओं, महिला शिक्षकों, चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ एवं गैर शिक्षक महिला कर्मचारियों को जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम के लिये एक कमेटी बनाई गई जिनमें डा.राहुल बंसल (एडवाइजर), डा.किरन सिंह (चीफ कोर्डिनेटर ), डा. जसकिरन, डा. छविकिरन गुप्ता, डा. अर्चना, डा. रूचि त्यागी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
इस सम्पूर्ण कार्यक्रम में एमबीबीएस प्रथम वर्ष और नर्सिंग की छात्राओं को भ्रूण हत्या पर एक डाक्यूमेन्ट्री दिखाई गई। कानून एवं विधि विशेषज्ञ मिस शैफाली गर्ग ने महिलाओं के अधिकारों पर व्याख्यान दिया। श्री राजीव कुमार द्वारा महिलाओं की आत्मसुरक्षा के लिये प्रशिक्षण दिया गया सेमिनार के माध्यम से कम्यूनिटि मेडिसिन विभाग की प्रोफेसर डा. भावना पन्त ने महिलाओं के स्वास्थ्य के सन्दर्भ में व्याख्यान दिया। सुभारती नर्सिंग कालिज की प्राचार्य डा0 गीता परबन्दा ने लैंगिक असमानता पर व्याख्यान दिया।
महिला सशक्तिकरण के विषय पर वॉल पेंंटिंग का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्दालय की प्रतिकुलपति प्रोफेसर डा. वाई विमला ने महिलाओं के विषय में अपना व्याख्यान दिया। प्रोफेसर वाई विमला ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश में नारी को सशक्त करने और उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है । सम्पूर्ण कार्यक्रम में डा. राहुल बंसल, डा. किरन सिंह, डा. अर्चना, डा. रूचि त्यागी, डा.जसकिरन, डा.छविकिरन गुप्ता, डा.सरताज अहमद एवं फाईन आर्ट कॉलिज के प्राचार्य डा. पिन्टू मिश्रा का योगदान रहा।
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