न्यूज़ यूपी 24x7 | संपादक अजय चौधरी |
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलिज में राष्ट्रीय एकता और अखंण्डता के अग्रदूत लौह पुरूष और भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का आरम्भ सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलिज के निदेशक राजेश चन्द्रा (पूर्व न्यायमूर्ति, प्रयागराज, उच्च न्यायालय) एवं सुभारती लॉ कॉलिज के संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) वैभव गोयल भारतीय ने सभी शिक्षकों सहित सरदार पटेल के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व पुष्प अर्पण कर किया।
इस कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. रीना बिश्नोई ने बताया कि आज ही के दिन 1950 में सरदार पटेल जी का देहांत हो गया था। महान राजनीतिज्ञ, देश के प्रथम उपप्रधानमंत्री व गृहमंत्री सरदार पटेल को श्रृद्धासुमन अर्पण करने के लिये इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया हैं। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कॉलिज के असिस्टेंट प्रोफेसर विकास त्यागी ने कहा कि किसान के घर में जन्म लेने वाले सरदार पटेल ने विदेश में कानून की पढाई की थी। बाद में गांधीजी से प्रभावित होकर उन्होंने भारत को गुलामी से मुक्त कराने के लिये आजादी के आंदोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी की।
सुभारती लॉ कॉलिज के संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) वैभव गोयल भारतीय ने बताया कि एक सशक्त व समृद्ध भारत का जो सपना सरदार पटेल ने देखा था उसको साकार करने में सरदार पटेल ने अपना पूरा सामर्थ लगा दिया। इस संगोष्ठी को सफल बनाने में प्रो. सुनील कुमार सिंह, डॉ. सारिका त्यागी, डॉ. सरताज अहमद, आफरीन अलमास, डॉ. प्रेम चन्द्र, शालिनी गोयल, एना सिसोदिया, शैफाली गर्ग आदि शिक्षकों का योगदान रहा।


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