संपादक अजय चौधरी
मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ में जिला उद्यान अधिकारी आरएस राठौर एवं सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रोधौगिक विश्वविद्यालय मोदीपुरम मेरठ, के वैज्ञानिक प्रोफेसर एंड हैड फ्लोरीकल्चर लेंडस्केप आर्कटेक्चर डा सुनील मलिक द्वारा विश्वविद्यालय परिसर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय विश्वविद्यालय के हार्टिकल्चरिस्ट /उद्यान प्रबन्धक एसी पाठक, प्रशासनिक अधिकारी हर्षवर्धन कौशिक, मीडिया प्रभारी अनम शेरवानी एवं उद्यान प्रबन्धक आनन्द पाल सिंह उपस्थित रहे।
इस दौरान सर्वप्रथम विश्वविद्यालय के हार्टिकल्चरिस्ट / उद्यान प्रबन्धक एसी पाठक द्वारा दोनों अधिकारियों को अवगत कराया गया कि विश्वविद्यालय परिसर ग्रीन जोन के अनुसार 8 जोन में स्थापित है जहां फलदार, सदाबहार, शोभाकार, हैज एवं ग्राउंड कवर तथा हरियाली लॉन आदि को तीन श्रेणियों में बांट कर रोपण किया गया है। जिला उद्यान अधिकारी आरएस राठौर ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्थित अक्षयवट नर्सरी के द्वारा उच्च गुणवत्ता युक्त पौधें उत्पादन कर विश्वविद्यालय में ही रोपित कराना सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि यद्यपि विश्वविद्यालय परिसर प्रयुक्त भूमि का ग्रीन जोन पर्यापत श्रेणी में है किन्तु हास्टल, फाईन आर्ट एवं अन्य भवनों में रखे गये इंडोर पौधें को भी इसमें जोड़ लिया जाए, तो यह प्रतिशत और अधिक हो सकता है।
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रोधौगिक विश्वविद्यालय मोदीपुरम के वैज्ञानिक प्रोफेसर एंड हैड फ्लोरीकल्चर लेंडस्केप आर्कटेक्चर डा सुनील मलिक ने विश्वविद्यालय परिसर के पेड़ पौधों की अनावश्यक शाखाओं की विधिवत कराई गई प्रूनिंग एवं कटे भाग पर फफूंदी नाशक कॉपर आक्सीक्लोराइड का किया गया लेप की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रक्रिया के द्वारा पेड़ पौधों में रोग नही लगता है एवं उनकी फोलिएज व हरियाली में वृद्धि होती है। उन्होंने प्रतिवर्ष नर्सरी में नई प्रजातियों के पौधों का रोपण एवं ग्रीन हाउस के पौधों को बढ़ाने पर बल दिया। अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री डी.के सक्सैना द्वारा दोनों अधिकारियों का आभार व्यक्त किया गया।

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