मेरठ – विश्व खाद्य दिवस पर श्री वेंकटेश्वरा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इसका विषय “खाद्य सुरक्षा के लिए मृदा में जैविक कार्बन बढ़ाने की नीतियां” था।
मुख्य अतिथि प्रो. (डा.) यशवीर सिंह 'शिवाय', आईएआरआई पूसा, नई दिल्ली के प्रधान वैज्ञानिक, ने रासायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभावों पर चर्चा की और गोबर, गौमूत्र, गुड़, और हरी खाद से मृदा की उर्वरता बढ़ाने पर जोर दिया।
संस्थापक अध्यक्ष श्री सुधीर गिरि ने "मृदा परीक्षण लैब" की स्थापना की घोषणा की, जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को मुफ्त सेवा मिलेगी।
संगोष्ठी में पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. वी.पी.एस. अरोड़ा समेत कई कृषि वैज्ञानिकों ने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में छात्रों द्वारा जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें विजेताओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. ज्योति सिंह के संचालन के साथ हुआ।
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