साइबर सुरक्षा का महत्व देशहित के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण : नूपुर श्रोत्रिय साइंटिस्ट एफ
मेरठ। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस साइबर सिक्योरिटी, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेल और एसीआईसी-एमआईईटी मेरठ फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से इम्पैक्ट 2024 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। यह भव्य कार्यक्रम नवाचार, उद्यमशीलता, और तकनीकी प्रगति को समर्पित था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के दृष्टिकोण से प्रेरित यह आयोजन एआईसीटीई आइडिया लैब के सहयोग से आयोजित किया गया। इसमें एमआईईटी, एमआईटी, और इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन ने छात्रों को अपनी रचनात्मकता और समस्या समाधान कौशल प्रदर्शित करने का एक अनूठा मंच प्रदान किया। छात्र विभिन्न विषयों जैसे कृषि, साइबर सुरक्षा, क्लीन और ग्रीन टेक्नोलॉजी, स्मार्ट सिटी, महिला सुरक्षा, और अंतरिक्ष तकनीक पर आधारित नवाचार परियोजनाओं में शामिल हुए। इस प्रतिस्पर्धा में 500 छात्रों ने 146 टीमों का गठन किया। चार चरणों की कठिन प्रक्रिया के बाद, 27 टीमें अंतिम दौर के लिए चुनी गईं। समापन सत्र में मुख्य अतिथि नूपुर श्रोत्रिय, साइंटिस्ट एफ, एसएजी-डीआरडीओ, ने छात्रों को संबोधित किया।
साइबर सुरक्षा देशहित में अत्यंत आवश्यक है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता, और नागरिकों की गोपनीयता को सुरक्षित रखती है। डिजिटल युग में साइबर हमलों से रक्षा प्रणालियों, वित्तीय संस्थानों, और निजी डेटा को बचाना जरूरी है। जागरूकता, सख्त कानून, और स्वदेशी तकनीक के माध्यम से इसे मजबूत किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम के दौरान एमआईईटी के चैयरमेन विष्णु शरण और वाईस चैयरमेन पुनीत अग्रवाल ने नूपुर श्रोत्रिय के साथ चर्चा की। इन चर्चाओं का मुख्य उद्देश्य छात्रों की क्षमताओं को बढ़ावा देना और भविष्य के सहयोग को सुदृढ़ करना था। इस आयोजन की सफलता में कैंपस निदेशक एमआईईटी प्रो डॉ संजय कुमार सिंह, कैंपस निदेशक इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज साहिबाबाद प्रो डॉ अजय कुमार, और निदेशक एमआईटी प्रो डॉ के.एल.ए. खान जैसे प्रमुख शैक्षणिक नेताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
डॉ. मुकेश रावत, एसडीसी के एसोसिएट डीन, ने बताया कि यह आयोजन विशेष रूप से द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए एक स्वर्णिम अवसर था, क्योंकि उनके नवाचार परियोजनाओं का उपयोग उनकी सेमेस्टर मूल्यांकन में भी किया जा सकता है। प्रशांत गुप्ता, सीईओ, एसीआईसी एमआईईटी मेरठ फाउंडेशन, ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल अकादमिक विकास में योगदान देते हैं, बल्कि छात्रों को नवाचार और उद्यमशीलता के लिए प्रेरित भी करते हैं। प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को नव वर्ष की पूर्व संध्या, 2025 पर सम्मानित किया जाएगा। इम्पैक्ट ने न केवल तकनीकी कौशल का उत्सव मनाया, बल्कि आत्मनिर्भर और नवोन्मेषी भारत के निर्माण में एमआईईटी की भूमिका को भी सुदृढ़ किया।
No comments:
Post a Comment