कार्यशाला का शुभारंभ निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) के.एल.ए. खान, अकादमिक डीन प्रोफेसर (डॉ.) गौरव शर्मा तथा विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) एम.आई.एच. अंसारी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर किया। इस अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) हिमांशु शर्मा तथा फार्मेसी विभाग के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) नीरज कांत शर्मा ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और प्रेरणादायक विचार साझा किए।
कार्यशाला के प्रथम दिन कंप्यूटर विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक वरुण कुमार ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के सिद्धांतों, मशीन लर्निंग की प्रक्रिया तथा पाइथन भाषा में प्रयुक्त प्रमुख पुस्तकालयों जैसे नम्पाय, पांडा और साइकिट-लर्न के प्रयोग की विस्तृत जानकारी दी। प्रतिभागियों ने डेटा पूर्व-संसाधन, मॉडल निर्माण, प्रशिक्षण और मूल्यांकन की प्रक्रियाओं को व्यावहारिक रूप में सीखा।
इस कार्यशाला के संयोजक कंप्यूटर विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ. हिमांशु सिरोही और सहायक प्राध्यापक वरुण कुमार हैं। कार्यशाला के पहले दिन ५० से अधिक प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। संचालन का दायित्व लेखिका प्रकाश ने कुशलता से निभाया।
कार्यशाला को सफल बनाने में प्रोफेसर (डॉ.) सुनीत शुक्ला, प्रोफेसर (डॉ.) प्रवीण कुमार, प्रोफेसर (डॉ.) मोहम्मद सादिम, प्रेम किशोर गौतम, अमोल शर्मा, आयुष सिंघल, आज़ाद कुमार तथा सृष्टि अग्रवाल का विशेष योगदान रहा। यह कार्यशाला आने वाले दिनों में मशीन लर्निंग के उन्नत पक्षों पर केंद्रित सत्रों के साथ जारी रहेगी।
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