इस कार्यशाला में देश के 26 से अधिक राज्यों — उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, असम, केरल आदि से आए 550 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इन प्रतिभागियों को हैदराबाद, गुरुग्राम, चंडीगढ़, बेंगलुरु, दिल्ली, कोलकाता जैसे शहरों से आए 24 से अधिक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ आगामी 15 दिनों तक साइबर अपराध से निपटने की तकनीकें सिखाएंगे।
कार्यशाला का उद्घाटन श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय परिसर स्थित डॉ. सी.वी. रमन सभागार में किया गया। मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक (बरेली जोन) श्री रमित शर्मा, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद, प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी, अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश भदौरिया, डिप्टी एसपी अंजलि कटारिया व कुलपति श्री कृष्णकांत दवे ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।
साइबर अपराध से निपटने के लिए नवाचार की आवश्यकता: रमित शर्मा
मुख्य अतिथि श्री रमित शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि—
“साइबर अपराधी तेजी से तकनीकी हथियारों से लैस हो रहे हैं। ऐसे में पुलिस और साइबर योद्धाओं को अपराधियों से दस गुना आगे सोचते हुए सुरक्षा उपाय अपनाने होंगे।"
साइबर सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय: अमित कुमार आनंद
कार्यक्रम संयोजक एवं अमरोहा के पुलिस अधीक्षक आईपीएस अमित कुमार आनंद ने कहा कि—
"साइबर क्राइम केवल व्यक्तिगत हानि नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी गंभीर चुनौती है। इसके लिए केवल पुलिस ही नहीं, विद्यार्थियों और समाजसेवी संस्थाओं को भी सक्रिय भागीदारी निभानी होगी।”
सर्टिफिकेट कोर्स के माध्यम से जनजागरण
प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी ने बताया कि वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय ने साइबर सुरक्षा, डिजिटल फ्रॉड, ई-कॉमर्स धोखाधड़ी जैसे विषयों पर 12 से अधिक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए हैं, ताकि आम नागरिक भी स्वयं को साइबर अपराध से बचा सकें और दूसरों को जागरूक कर सकें।
सम्मान व स्मृति चिह्न भेंट
कार्यक्रम के अंत में डॉ. राजीव त्यागी एवं पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने सभी विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। उद्घाटन सत्र का सफल संचालन एवं समन्वय डिप्टी एसपी अंजलि कटारिया ने किया, जो कार्यशाला की मुख्य समन्वयक भी हैं।
इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. पीयूष पांडे, डॉ. राजेश सिंह, डॉ. सुमन कश्यप, डॉ. अंजलि भारद्वाज, साइबर एक्सपर्ट मनु शर्मा, डॉ. स्नेहलता, डॉ. विकास पांडे, डॉ. अमित कुमार, मेरठ परिसर से निदेशक डॉ. प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी विश्वास राणा सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र और तकनीकी विशेषज्ञ मौजूद रहे।
कार्यशाला का समापन 30 जून को होगा, जिसमें सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। समापन समारोह में यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और देश के विख्यात साइबर एक्सपर्ट सम्मिलित होंगे।
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