साहिबाबाद। औद्योगिक क्षेत्र साइट-4 स्थित इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज में विद्यार्थी विज्ञान मंथन (वीवीएम) विषय पर प्रिंसिपल्स मीट का आयोजन किया गया। वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार को विद्यालय स्तर से ही प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित इस बैठक में 25 स्कूलों के प्राचार्य एवं प्रतिनिधि शामिल हुए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. मयूरी दत्ता, आउटरीच कोऑर्डिनेटर (उत्तर प्रदेश) वीवीएम उपस्थित रहीं, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में अशुतोष सिंह, ज़ोनल ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी, विज्ञान भारती (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) शामिल हुए। इसके अलावा आर.पी. सिंह, जिला संयोजक वीवीएम, और एमआईईटी के प्रो. (डॉ.) प्रियांक शर्मा, जिला संयोजक वीवीएम, मेरठ ने भी शिरकत की।
आईपीईसी की ओर से प्रो. (डॉ.) विकास गुप्ता (प्राचार्य बीबीए एवं बीसीए, डीन आईक्यूएसी एवं स्टूडेंट वेलफेयर), प्रो. (डॉ.) मीना शर्मा (डीन अकादमिक), प्रो. (डॉ.) अमित जैन (डीन सीएसई एवं संबद्ध शाखाएं), प्रो. (डॉ.) सुनीता यादव, प्रियंका गुप्ता (सीईओ, आईपीईसी-टीबीआई), शोभना शर्मा (स्कूल लायजनिंग मैनेजर) और सपना शर्मा (पीआरओ, आईपीईसी-टीबीआई) ने अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. (डॉ.) विकास गुप्ता के स्वागत भाषण से हुआ, जिसके बाद प्रो. (डॉ.) अमित जैन ने संबोधित किया। मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का सम्मान वरिष्ठ संकाय सदस्यों द्वारा किया गया।
अपने संबोधन में डॉ. मयूरी दत्ता ने वीवीएम के उद्देश्यों, संरचना और लाभों पर विस्तृत जानकारी दी, जबकि श्री अशुतोष सिंह ने विद्यालयों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। प्रियंका गुप्ता ने नवाचार और उद्यमिता को विद्यालय स्तर से बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक के दौरान सभी प्रतिभागियों को आईपीईसी के आइडिया लैब का भ्रमण कराया गया, जहां विद्यार्थियों को प्रशिक्षण एवं प्रायोगिक कार्यशालाओं की सुविधा दी जाती है। कार्यक्रम का समापन दोपहर 2 बजे धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।
यह आयोजन न केवल विद्यालयों और कॉलेज के बीच अकादमिक सहयोग को सुदृढ़ करेगा, बल्कि छात्रों में विज्ञान एवं नवाचार के प्रति रुचि बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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