नियमों का पालन और जागरूकता अभियान से लाखों जिंदगियाँ बचाई जा सकती हैं – पद्मश्री डॉ. बी.के.एस. संजय
मेरठ। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंकटेश्वरा विश्वविद्यालय एवं वेंकटेश्वरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (VIMS) के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को “रोल ऑफ मेडिकल प्रोफेशनल्स इन रोड सेफ्टी अवेयरनेस इन इंडिया” विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर देश के विख्यात आर्थोपेडिक एवं स्पाइन सर्जन, पद्मश्री से सम्मानित और एम्स गुवाहाटी के अध्यक्ष डॉ. बी.के.एस. संजय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
सेमिनार को संबोधित करते हुए डॉ. संजय ने कहा कि “भारत में सड़क दुर्घटनाओं में हर वर्ष डेढ़ लाख से अधिक मौतें होती हैं, जिन्हें मेडिकल प्रोफेशनल्स की सक्रिय भागीदारी और सघन जनजागरूकता अभियान से रोका जा सकता है। किसी भी छोटी या बड़ी दुर्घटना के बाद पहला ‘गोल्डन ऑवर’ यानी प्रारंभिक एक घंटा मरीज की जान बचाने में सबसे अहम होता है। इस दौरान प्राथमिक उपचार और शीघ्र उन्नत चिकित्सा सुविधा तक पहुंचाने में मेडिकल प्रोफेशनल्स की भूमिका निर्णायक होती है।”
वेंकटेश्वरा समूह के संस्थापक अध्यक्ष श्री सुधीर गिरी ने कहा कि सड़क सुरक्षा और सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक की व्यक्तिगत जिम्मेदारी भी है। उन्होंने कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति छोटे-छोटे ट्रैफिक नियमों जैसे दोपहिया पर हेलमेट पहनना, कार में सीट बेल्ट लगाना, नशे की हालत में वाहन न चलाना और मोबाइल फोन का प्रयोग न करना जैसे नियमों का पालन करे तो अकेले भारत में ही हर साल चार लाख से अधिक लोगों की जान बचाई जा सकती है।
प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी ने अपने संबोधन में कहा कि “देश का हर जिम्मेदार नागरिक, विशेषकर युवा, यदि यातायात नियमों का पालन करे तो सड़क हादसों में होने वाली मौतों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।” उन्होंने ट्रैफिक नियमों का पालन और जन-जागरूकता अभियानों को सड़क सुरक्षा का सबसे प्रभावी साधन बताया।
कार्यक्रम में डॉ. राजीव त्यागी एवं डीन मेडिकल डॉ. संजीव एच. भट्ट ने मुख्य अतिथि डॉ. संजय को पटका, पगड़ी और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेश मेहता, डॉ. सुप्रीति भटनागर, डॉ. बी.एस. त्यागी, डॉ. साची अहलावत, डॉ. दीपाली गुप्ता, डॉ. सचिन टूटू, डॉ. अल्ताफ, डॉ. रूचि मान, डॉ. हरिओम शर्मा, डॉ. सोनिया रावत सहित मेरठ परिसर के डॉ. प्रताप सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन एनाटॉमी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुप्रीति भटनागर ने किया। सेमिनार में बड़ी संख्या में मेडिकल विद्यार्थियों और चिकित्सकों ने सहभागिता की और सड़क सुरक्षा के महत्व पर उपयोगी सुझाव प्रस्तुत किए।
.jpeg)

No comments:
Post a Comment