अनंतनाग में शहीद हुए मेजर केतन शर्मा का पार्थिव शरीर जब मेरठ स्थित आवास पर पहुंचा तो कुछ ऐसा दृश्य था। सुबह से अपने लाल की एक झलक पाने के लिए हजारों लोग केतन के पैतृक आवास पर इकट्ठा हो चुके थे। शहीद की मां ऊषा शर्मा का रुद्र क्रंदन देखकर हर किसी का कलेजा मुँह को आ रहा था।
उस 4 साल की मासूम कैरा के चेहरे की वो खुशियां आज न जाने कहाँ काफूर हो गई थी, जो पिछले महीने बर्थडे के वक्त मेजर पापा केतन की गोद में दिखाई दे रही थी। पत्नी ईरा का सब कुछ लुट गया, उनके चेहरे पर यह साफ झलक रहा था। केतन घर का इकलौता चिराग था। वह देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया।

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