- घरों में लगे स्मार्ट वाटर मीटर; पानी की शुद्धता, खपत और पाइप में लीकेज की मिलेगी जानकारी
- स्मार्ट सिटी में साफ़ पानी और कचरा प्रबंधन पर वेबिनार का आयोजन
मेरठ। मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मेरठ के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में सभी छात्रों और फैकल्टी के लिए स्मार्ट सिटी में साफ़ पानी और कचरा प्रबंधन पर लाइव वेबिनार का आयोजन किया। मुख्य अतिथि प्रमुख वक्ता डॉ. मिलिंद कुलकर्णी ने बताया की कोरोना महामारी के दौरान उद्योगों और कार्यालयों में नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है और घरों में भी लोग साफ सफाई का पुख्ता इंतजाम कर रहे हैं। लेकिन समय-समय पर हाथ धोने में पानी की खपत में वृद्धि हुई है। 5 लोगों के परिवार में हाथ धोने के लिए प्रतिदिन 100 से 200 लीटर पानी की आवश्यकता होती है, इसके परिणाम स्वरूप प्रतिदिन लगभग 200 लीटर पानी व्यर्थ हो रहा है। और पानी की मांग में 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मेरठ में भी इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए पानी की बचत के लिए स्मार्ट वॉटर मीटर लगने चाहिए। स्मार्ट शहरों में इंटेलीजेंट वॉटर के तहत सरकारी व गैरसरकारी मकानों और संस्थानों में पानी की एक-एक बूंद का हिसाब रखा जाएगा। किस घर में कहां कितने पानी की खपत हो रही है, कहां वाटर पाइपलाइन में लीकेज है इसकी जानकारी तुरंत सेंसर के माध्यम से मिलेगी। वहीं आपके घरों में पानी कितना शुद्ध पहुंच रहा है, इसकी सूचना कंट्रोल सेंटर को मिलेगी और इसका फीडबैक कंट्रोल सेंटर से संबंधित घरों को मिलेगा। यह सब स्मार्ट वाटर सप्लाई सिस्टम के तहत होगा।
इस दौरान निदेशक एमआईईटी डॉ. मयंक गर्ग,विभागाध्यक्ष डॉ अरुण पर्वते,अनुप्रेक्षा चौधरी,शुभम चौरसिया मौजूद रहे।

No comments:
Post a Comment