वेंकटेश्वरा
यूनिवर्सिटी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद कर मनाई जयंती
नेताजी
के संघर्ष से मिली अनमोल आजादी को व्यर्थ ना जाने दे युवा- डॉ सुधीर गिरी चेयरमैन
न्यूज़ यूपी 24x7|मेरठ| संपादक अजय चौधरी|
मेरठ। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय संस्थान में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस जयन्ती (पराक्रम दिवस 23 जनवरी) की पूर्व संध्या पर देश की आजादी के सबसे बड़े महानायक आजाद हिन्द फौज के संस्थापक नेताजी के बलिदान को याद करते हुए नेताजी एक वैचारिक क्रान्ति विषय पर एक सेमीनार का आयोजन हुआ। जिसमें वक्ताओ ने आजादी के लिए नेताजी की संघर्ष गाथा पर सिलसिलेवार प्रकाश डालते हुए इस महान योद्धा की पराक्रम गाथा से उपस्थित स्टाफ एवं छात्र-छात्राओ को रुबरु कराया।
इसके साथ ही विख्यात शिक्षाविद् एवं आजाद हिन्द सेना मंच से जुड़े डॉ बीएन पाराशर के निर्देशन में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के आजादी से जुड़े मूवमेन्ट से सम्बन्धित एक विशाल पोस्टर प्रर्दशनी का भी आयोजन किया गया। पराक्रम दिवस (23 जनवरी) की पूर्व संध्या वेंक्टेश्वरा संस्थान के डॉ सीवी रमन सभागार में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस एक वैचारिक क्रान्ति विषय पर आयोजित सेमीनार एवं विशाल पोस्टर प्रदर्शनी का शुभारम्भ वेक्टेश्वरा समूह के चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी, कर्नल अमरदीप त्यागी, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं भ्रष्टाचार विरोधी मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चन्द्रकान्त त्यागी, ओझ के विख्यात कवि सुरमेश सुमन एवं शिक्षाविद् डॉ बीएन पाराशर ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके एवं नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके किया।
अपने सम्बोधन में समूह के चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि ने उपस्थित स्टाफ एवं छात्र-छात्राओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के महानायक नेताजी एवं देश के असंख्य रणबाकुरों के दम पर मिली अनमोल आजादी के महत्व को समझने एवं आत्मसात करने की जरुरत है। यदि नेताजी के सपनो के भारत का निर्माण चाहते हो तो जर्मनी, जापान और अमेरिका की तर्ज पर युवाओ को आगे बढ़कर वैश्विक स्तर पर अपनी बहुत ही प्रभावी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कर्नल अमरदीप त्यागी ने कहा है कि किस तरह से बहुत ही विषम परिस्थितियो में अंग्रेजो से लोहा लेते हुए उन्होने देश भर से युवाओ को एक साथ जोड़कर आजाद हिन्द सेना तैयार कर अंग्रेजो को भारत से खदेडने का काम किया था जो कि आज भी अपने आप में अद्वितीय है।
सेमीनार को प्रतिकुलाधिपति डॉ
राजीव त्यागी, कुलपति प्रोफेसर पीके भारती, डॉ बीएन पारशर और एडवोकेट चन्द्रकान्त त्यागी
ने भी सम्बोधित किया। विख्यात कवि सुरमेश सुमन ने देशभरक्ति की रचनाओ से युवाओ में
जोश भरने का काम किया। इस अवसर पर उपस्थित स्टाॅफ एवं छात्र-छात्राओ को देश सेवा एवं
भ्रष्टाचार उन्मूलन की शपथ भी दिलायी गयी। इस अवसर पर विख्यात ज्योतिषाचार्य डॉ अंशु
त्यागी, परिसर निदेशक डॉ प्रभात श्रीवास्तव, उपनिदेशक दूरस्थ शिक्षा अलका सिंह, विकास
कौशिक, सीएफओ विकास भाटिया, ब्रजपाल सिंह, अरुण कुमार गोस्वामी, विश्वास त्यागी, डॉ
संजय तिवारी और मीडिया प्रभारी विश्वास राणा इत्यादि गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।



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