मेरठ। मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एमआईईटी) ने हाल ही में स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के लिए एक सफल आंतरिक हैकाथॉन का आयोजन किया। यह कार्यक्रम एआईसीटीई, आईआईसी और एमएचआरडी के संरक्षण में आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों ने कृषि, स्वास्थ्य सेवा और महिलाओं की सुरक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में तकनीक-आधारित समाधान प्रस्तुत किए, जो समाज की महत्वपूर्ण समस्याओं का समाधान करने की दिशा में एक कदम था।
हैकाथॉन में कई उल्लेखनीय परियोजनाओं में से एक था, महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म, जो उन्हें आपात स्थिति में अपने परिवार और निकटतम पुलिस स्टेशनों से त्वरित संपर्क स्थापित करने की सुविधा प्रदान करता है। इसके अलावा, एक अन्य परियोजना में मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में मिट्टी और वायु की गुणवत्ता की निगरानी के लिए एक प्रणाली विकसित की गई, जो किसानों को उनकी फसल उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए उर्वरक सिफारिशें प्रदान करती है। छात्रों ने शहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए डिजिटल समाधान भी प्रस्तुत किए, जो उनकी नवाचारी सोच और शहरी समस्याओं को हल करने की क्षमता को दर्शाता है।
इस कार्यक्रम में 35 टीमों ने भाग लिया, जिनकी परियोजनाओं का मूल्यांकन उद्योग विशेषज्ञों की एक प्रतिष्ठित पैनल द्वारा किया गया, जिसमें मिस नेहा शर्मा (सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कोफोर्ज), श्री निशांत भारद्वाज (एसोसिएट स्टाफ इंजीनियर, नागारो), श्री आदित्य कुमार (मैनेजर, डेटा साइंस, केपीएमजी, यूके) और प्रो. विजय शर्मा (प्रोफेसर, सीएसई, एमआईईटी) शामिल थे। कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद, 25 टीमों को उनकी उत्कृष्ट विचारधारा और कार्यान्वयन के लिए चुना गया।
कार्यक्रम का सफल आयोजन मिस मोहिनी प्रीतम सिंह (एआईसीटीई आइडिया लैब कोऑर्डिनेटर), डॉ. स्वाति शर्मा (एचओडी, आईटी), और डॉ मुकेश रावत (डीन, प्रोजेक्ट्स) द्वारा किया गया। एमआईईटी के चेयरमैन श्री विष्णु सरन, वाइस चेयरमैन श्री पुनीत अग्रवाल और निदेशक डॉ. संजय कुमार सिंह ने इस पहल की सराहना की और भविष्य में इस तरह के कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने का वादा किया। उन्होंने छात्रों के नवाचार, सहयोग और समस्या-समाधान कौशल को प्रोत्साहित करने के महत्व पर जोर दिया, ताकि आधुनिक समाज की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान किया जा सके।
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