रालोद नेता नरेंद्र सिंह खजूरी ने अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के सदस्य पद की शपथ ली
समारोह में प्रमुख सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया। मंत्री असीम अरुण ने अपने संबोधन में नव-नियुक्त सदस्यों को उनके कर्तव्यों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति के अधिकारों की रक्षा करना और उनके कल्याण के लिए कार्य करना आयोग की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने नए सदस्यों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे संवैधानिक दायित्वों का पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निर्वहन करें और समाज के सबसे कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य करते रहें।
बैजनाथ रावत, जिन्होंने नरेंद्र सिंह खजूरी को शपथ दिलाई, ने भी अपने वक्तव्य में आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आयोग का गठन उन समुदायों की समस्याओं को हल करने के लिए किया गया है, जो समाज में वंचित और पिछड़े माने जाते हैं। आयोग के नए सदस्यों से उम्मीद की जाती है कि वे समाज के इन वर्गों की समस्याओं का निवारण करने के साथ-साथ उनके अधिकारों की रक्षा के लिए मजबूत कदम उठाएंगे।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों ने नव-नियुक्त सदस्यों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें उनके आगामी कार्यकाल के लिए सफलता की कामना की।
नरेंद्र सिंह खजूरी और अन्य सदस्यों की नियुक्ति से आयोग में नए जोश और ऊर्जा का संचार हुआ है, जो अनुसूचित जाति और जनजातियों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रभावी कार्य करने की उम्मीद जगाता है।
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