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Thursday, January 9, 2025

श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय में कार्यस्थल पर ‘लीन सिक्स सिग्मा’ से उत्पादकता बढ़ाने पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित

मेरठ। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वैंकटेश्वरा विश्वविद्यालय में भारत सरकार के लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय (एमएसएमई) के सहयोग से “कार्यस्थल पर लीन सिक्स सिग्मा कांसेप्ट से उत्पादकता बढ़ाकर श्रेष्ठता की ओर” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।

कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सुधीर गिरी, मुख्य अतिथि एवं प्रसिद्ध बिजनेस गुरु डॉ. प्रवीन आर. जोशी (पूर्व निदेशक, एमएसएमई मंत्रालय), प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी, कुलपति डॉ. कृष्णकांत दवे और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

मुख्य अतिथि डॉ. जोशी ने ‘लीन सिक्स सिग्मा’ की महत्ता पर प्रकाश डाला
अपने संबोधन में डॉ. प्रवीन आर. जोशी ने कहा कि ‘लीन सिक्स सिग्मा’ अवधारणा के माध्यम से कार्यक्षेत्र में मैनपावर, मशीन, मैटेरियल, मेथड और मनी के दुरुपयोग को रोककर न केवल उत्पादकता में वृद्धि की जा सकती है, बल्कि व्यक्ति और संस्थान अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यदि देश की 20% संस्थाएं भी ‘लीन सिक्स सिग्मा सर्टिफाइड’ हो जाएं, तो भारत अगले पांच वर्षों में वैश्विक स्तर पर शीर्ष पर होगा।
टोयोटा और मुंबई डिब्बेवाले बने प्रेरणा स्रोत
प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी ने बताया कि जापानी कार निर्माता कंपनी ‘टोयोटा’ ने इस अवधारणा को अपनाकर ऑटोमोबाइल उद्योग में वैश्विक नेतृत्व हासिल किया है। वहीं, कुलपति डॉ. कृष्णकांत दवे ने मुंबई के डिब्बेवालों का उदाहरण देते हुए बताया कि ‘लीन सिक्स सिग्मा’ के जरिए वे प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक लोगों को बिना किसी त्रुटि के समयबद्ध खाना पहुंचाते हैं।

संस्थान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का मंत्र
संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सुधीर गिरी ने कहा कि लीन सिक्स सिग्मा के माध्यम से गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार कर भारत को एक सशक्त आर्थिक शक्ति बनाया जा सकता है।

कार्यशाला के दौरान कुलपति डॉ. कृष्णकांत दवे, प्रो. राजेश सिंह और प्रो. वी.एन. झा सहित कई विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। इस अवसर पर डॉ. टी.पी. सिंह, डॉ. योगेश्वर शर्मा, डॉ. आशुतोष, डॉ. दिनेश गौतम, डॉ. एस.एन. साहू, डॉ. राजवर्धन, डॉ. ओमप्रकाश गुसाईं और अश्विन सक्सेना समेत बड़ी संख्या में स्टाफ और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों के अनुभव साझा करने और प्रशस्ति पत्र वितरण के साथ हुआ।

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