मेरठ। परतापुर बाईपास स्थित मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में सोमवार को रूस की साउदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य शैक्षणिक सहयोग को मजबूत करना, शोध के नए अवसर तलाशना और वैश्विक शिक्षा साझेदारी को बढ़ावा देना था।
प्रतिनिधिमंडल में साउदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिक्स, मैकेनिक्स और कंप्यूटर साइंस के डीन डॉ. वासिली काला्चेव और विभागाध्यक्ष डॉ. ओलेग क्रावचेंको शामिल थे। उन्होंने छात्रों को रूसी शिक्षा प्रणाली, शोध अवसरों और अंतरराष्ट्रीय करियर संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। इस दौरान संयुक्त शोध, स्टूडेंट एक्सचेंज, फैकल्टी एक्सचेंज और पाठ्यक्रम उन्नयन जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
100 से अधिक छात्रों से संवाद, ओलंपियाड टेस्ट का आयोजन
प्रतिनिधिमंडल ने 100 से अधिक छात्रों के साथ चर्चा की और उन्हें शिक्षा व शोध सहयोग के अंतरराष्ट्रीय पहलुओं से अवगत कराया। इसके बाद एक ओलंपियाड टेस्ट भी आयोजित किया गया, जिससे छात्रों को रूसी विश्वविद्यालय में आगे के अवसरों को समझने का मौका मिला।
एमआईटी की अत्याधुनिक सुविधाओं का किया निरीक्षण
रूसी प्रतिनिधियों ने एमआईटी के अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं, रेडियो मेरठ 89.6 एफएम स्टूडियो और मेरठ उद्यमी फाउंडेशन का दौरा किया। साथ ही, उन्होंने कृषि आधारित स्टार्टअप्स से भी बातचीत की और नवाचार को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर चर्चा की।
भारत-रूस शैक्षणिक सहयोग को मिलेगा बढ़ावा
वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल ने इस दौरे को भारत-रूस के शैक्षणिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम बताया। वहीं, डॉ. वासिली काला्चेव ने एमआईटी के शैक्षणिक माहौल की सराहना करते हुए, संयुक्त अनुसंधान और छात्रों के लिए नए अवसर तलाशने की प्रतिबद्धता जताई। इस दौरे ने दोनों देशों के उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच भविष्य में मजबूत अकादमिक सहयोग की नींव रखी।
इस अवसर पर वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, कैंपस निदेशक डॉ. आलोक चौहान, निदेशक डॉ. केएलए खान, प्रिंसिपल डॉ. हिमांशु शर्मा, प्राचार्य फार्मेसी डॉ. नीरज कांत शर्मा, चीफ प्रॉक्टर प्रेम किशोर गौतम, डॉ. माधुरी गुप्ता, मोहन प्रसाद, सोनल मिश्रा, डीन एकेडमिक डॉ. गौरव शर्मा, सोनल अहलावत और रितिमा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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