इस वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित थीम "योग अनप्लग्ड – यूथ लेड योग फॉर वेलनेस" के अनुरूप, एनएसएस की यूनिट 1 व 2 तथा आयुर्वेदिक कॉलेज के छात्रों ने पिछले एक सप्ताह से अभ्यास कर योग दिवस की तैयारी की थी।
योग शिक्षक गिरीश कुमार ने छात्रों वैभव एवं दिविक्षा के साथ मिलकर प्रतिभागियों को सूर्य नमस्कार, वज्रासन, शशांकासन, भद्रासन, जानू शीर्षासन, चक्की आसान, मंडूकासन, वृक्षासन, ताड़ासन, त्रिकोणासन, वक्रासन और प्राणायाम का अभ्यास कराया। उन्होंने बताया कि इन योगाभ्यासों से एकाग्रता बढ़ती है, श्वसन तंत्र मजबूत होता है, रक्तचाप नियंत्रित रहता है, मानसिक तनाव में कमी आती है, पाचन तंत्र सुधरता है और प्रतिरोधक क्षमता सशक्त होती है।
कुलपति प्रो. हृदय शंकर सिंह ने कहा कि, "योग केवल शारीरिक नहीं, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। यह हमें दवाओं पर निर्भरता से बचाता है और जीवन में संतुलन स्थापित करता है।"
इस अवसर पर अतिरिक्त प्रो-चांसलर सैयद निज़ामुद्दीन, प्रतिकुलपति (आयुष) प्रो. जॉन फिन्बे, प्रिंसिपल यूनानी कॉलेज डॉ. रेहान, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संजीव नांदल, विभिन्न संकायों के डीन, छात्र कल्याण सदस्य फातिमा परवीन आक़िल, सहायक परिवहन प्रबंधक मोहम्मद माजिद अहमद, जोगिंदर, फैकल्टी सदस्य, आयुर्वेद कॉलेज के छात्र-छात्राएं एवं एनएसएस के स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
योग सत्र में लगभग 400 प्रतिभागियों ने सहभागिता की और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लिया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने योग को युवाओं के बीच जन-आंदोलन के रूप में विकसित करने की दिशा में इस आयोजन को एक सफल पहल बताया।
.jpeg)
No comments:
Post a Comment