ध्वजारोहण के बाद छात्रों ने देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें गीत, कविताएं, लोकनृत्य और नाट्य मंचन शामिल थे। विशेष आकर्षण “ऑपरेशन सिंदूर” पर आधारित नाटक रहा, जिसमें भारतीय सेना के साहस, बलिदान और मातृभूमि की रक्षा में उनके योगदान को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। इस अद्भुत प्रस्तुति को दर्शकों ने खड़े होकर सराहा।
अपने संबोधन में चेयरमैन विष्णु शरण ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं, बल्कि यह हमें हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद दिलाता है। उन्होंने छात्रों से राष्ट्र की प्रगति में एकजुट होकर योगदान देने का आह्वान किया और युवाओं को ज्ञान, अनुशासन और समर्पण के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
निदेशक डॉ के. एल. ए. खान ने वीर सपूतों के बलिदान को नमन करते हुए कहा कि देश की अखंडता और स्वाधीनता बनाए रखना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने एकता, भाईचारे और सामाजिक सद्भाव का संदेश दिया।
समारोह का समापन “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के गगनभेदी नारों के साथ हुआ। इस अवसर पर प्रिंसिपल फार्मेसी डॉ. नीरजकांत शर्मा, डीन एकेडमिक्स डॉ. गौरव शर्मा, मीडिया हेड अजय चौधरी, रितिमा,साक्षी अहलूवालिया,सोनल अहलावत, रूपल सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
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