मुख्य अतिथि डॉ. शुभम त्यागी ने प्रेरक संबोधन में दी जीवन में लक्ष्य निर्धारण की सीख
मेरठ। दिल्ली-रुड़की बाईपास स्थित वेंकटेश्वरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में मंगलवार को नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए भव्य ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नए सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और संस्थान के शैक्षणिक वातावरण, मूल्यों एवं अवसरों से परिचित हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. शुभम त्यागी (कवित्री), वेंकटेश्वरा समूह के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सुधीर गिरी, प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी, परिसर निदेशक डॉ. प्रताप सिंह, शिक्षा निदेशक डॉ. बी.सी. दुबे, डॉ. नितिन राज वर्मा तथा डॉ. राहुल शर्मा द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. शुभम त्यागी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को केवल राजा-रानी की बनावटी कहानियाँ नहीं, बल्कि देश के वीर सपूतों के त्याग और संघर्ष की प्रेरक कथाएँ सुननी चाहिए। उन्होंने मेरठ की 1857 की क्रांति का उल्लेख करते हुए कहा कि यह धरती सदैव साहस, बलिदान और स्वाभिमान की प्रतीक रही है।
परिसर निदेशक डॉ. प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थी अपने जीवन की इस नई शैक्षिक यात्रा में अपने संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास करें, सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों को आत्मसात करें, और कुशल नागरिक बनकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय स्तर पर बॉडी बिल्डिंग में शुभम मलिक, राष्ट्रीय स्तर पर किक बॉक्सिंग में राहुल कुमार, तथा इंटर कॉलेज योगा प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करने वाले आशीष अहलावत को अतिथियों द्वारा प्रशस्ति-पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किए गए।
इस अवसर पर विद्यार्थियों वंश, मुस्कान, इलमा, अनुष्का, आकृति, हर्षित, एवं खुशी आदि ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिनकी सभी ने सराहना की। कार्यक्रम का संचालन लवी एवं साक्षी मलिक ने किया।
कार्यक्रम में दीपक कुमार, बृजपाल सिंह, अंकित कौशल, डॉ. फरहीन जावेद, हिमांशु शर्मा, गरिमा शर्मा, डॉ. पंकज कुमार, पूजा शर्मा, शर्मिला सोलंकी, प्रीति त्यागी, अरुण शर्मा, विदिशा चौधरी, रवि कुमार, तथा मीडिया प्रभारी विश्वास राणा सहित संस्थान के कई संकाय सदस्य एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
वेंकटेश्वरा ग्रुप की यह पहल विद्यार्थियों को संस्थान की संस्कृति, शैक्षणिक दृष्टिकोण और जीवन के मूल्यों से जोड़ने की दिशा में सराहनीय कदम रही।


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