समुदाय के साथ मिलकर मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा थीम पर होंगे सेमिनार, नुक्कड़ नाटक, प्रतियोगिताएं और जागरूकता अभियान
मेरठ। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंकटेश्वरा विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित वेंकटेश्वरा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एवं मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल में सोमवार को ‘मेन्टल हेल्थ अवेयरनेस वीक-2025 (06 अक्टूबर-10 अक्टूबर)’ का शानदार शुभारंभ हुआ। इस वर्ष की थीम ‘समुदाय के साथ मिलकर मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा’ पर आधारित इस पांच दिवसीय कार्यक्रम में सेमिनार, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता, जागरूकता रैली सहित एक दर्जन से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उद्घाटन समारोह का शुभारंभ प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी, कुलपति प्रो. (डा.) कृष्णकांत दवे, डीन मेडिकल डा. संजीव भट्ट, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डा.) सुरेश जी. मेहता तथा विभागाध्यक्ष मनोरोग प्रो. (डा.) संदीप चौधरी ने संयुक्त रूप से सरस्वती माँ की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। समारोह में एमबीबीएस छात्र अनिकेत पंत एवं उनकी टीम ने ‘व्यक्तित्व विकास में मानसिक स्वास्थ्य का महत्व’ विषय पर प्रभावशाली गीत और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया, जिसने सभी को प्रभावित किया।
इसके पश्चात डा. उदित सिंह, सहायक प्रोफेसर, मनोरोग विभाग ने ‘सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए समाज में मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन हेतु सामूहिक प्रयासों और समुदाय आधारित पहलों के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में एमबीबीएस छात्रों द्वारा प्रस्तुत गीत ने पूरे वातावरण को सकारात्मकता और ऊर्जा से भर दिया।
कार्यक्रम का संचालन डा. कृति कंवर, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट एवं डा. श्रेया शर्मा, जूनियर रेजिडेंट द्वारा किया गया। समापन अवसर पर डा. कृति कंवर ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “विम्स का मनोरोग विभाग मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन के लिए न केवल अस्पताल परिसर में, बल्कि सामुदायिक स्तर पर भी निरंतर कार्यरत है।” उन्होंने समाज से मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने और कलंक को समाप्त करने का आग्रह किया।
वेंकटेश्वरा समूह के संस्थापक अध्यक्ष एवं विख्यात शिक्षाविद् श्री सुधीर गिरि ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य शिविरों, कार्यशालाओं और जागरूकता अभियानों के माध्यम से समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण और सम्मान बढ़ेगा, जिससे देश में मानसिक स्वास्थ्य दरों में अप्रत्याशित सुधार होगा।
प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी ने बताया कि “वेंकटेश्वरा का साइकियाट्री विभाग शीघ्र ही विश्वस्तरीय शोध, मनोवैज्ञानिकों और काउंसलरों की टीम के सहयोग से ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित होगा।”
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डा.) सुरेश जी. मेहता ने कहा कि “मानसिक रोगों के प्रभावी उपचार में दवाओं के साथ-साथ उच्चस्तरीय काउंसिलिंग और मनोचिकित्सीय थेरेपी का अहम योगदान है।” वहीं विभागाध्यक्ष प्रो. (डा.) संदीप चौधरी ने कहा कि “मानसिक रोगों के प्रति समाज के दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव ही मानसिक स्वास्थ्य सुधार की दिशा में सबसे बड़ा कदम है।”
इस अवसर पर डा. चित्रजित सिंह जुनेजा, डा. कृति तंवर, डा. विवेक पाठक, डा. स्नेहांगी, डा. विदिशा, डा. गजल, डा. मयंक, डा. प्रेरणा, डा. अनमोल, मेरठ परिसर से निदेशक डा. प्रताप सिंह, तथा मीडिया प्रभारी विश्वास राणा सहित कई वरिष्ठ चिकित्सक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।




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