गांधीनगर। प्राकृतिक आपदाओं के दौरान स्थानीय लोगों को होने वाली कठिनाइयों को कम करने के अपने दृढ़ संकल्प के अनुरूप, भारतीय सेना ने गुजरात के कई जिलों में बाढ़ राहत अभियान शुरू किया। गुजरात नागरिक प्रशासन के अनुरोध के बाद भारतीय सेना ने राहत कार्यों में सहायता के लिए आठ टुकड़ियों को तैनात किया। ये टीमें वडोदरा, जामनगर, द्वारका, राजकोट, मोरबी और भुज में महत्वपूर्ण मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रदान कर रही हैं। जनशक्ति और बाढ़ राहत उपकरणों के अलावा, इन विशेषज्ञ टीमों में इंजीनियरिंग संसाधन और चिकित्सा विशेषज्ञता शामिल है। ये कॉलम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
विश्वामित्री नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने से वडोदरा सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। भारतीय सेना ने 200 से अधिक लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से सफलतापूर्वक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। खाने के लिए तैयार भोजन सहित आवश्यक खाद्य आपूर्ति प्रदान की गई है। प्रभावित समुदायों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए घर-घर जाकर चिकित्सा जांच की गई है और आवश्यक दवाएं वितरित की गई हैं। बचाव और राहत प्रयासों का उद्देश्य लगातार बारिश और बढ़ते जल स्तर के बीच सामान्य स्थिति बहाल करना है। भारतीय सेना आवश्यक सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए स्थानीय प्रशासन की सहायता करना जारी रखेगी।
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