इस कार्यक्रम में देशभर से 200 से अधिक फैकल्टी सदस्यों, शोधकर्ताओं और पेशेवरों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। एफडीपी ने वीएलएसआई डिजाइन और नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवीनतम प्रगतियों पर गहन चर्चा का अवसर प्रदान किया। कार्यक्रम में आईआईटी, एनआईटी, और अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के प्रसिद्ध वक्ताओं ने अपनी विशेषज्ञता साझा की।
सत्रों में नैनोइलेक्ट्रॉनिक्स, सिस्टम-ऑन-चिप डिजाइन, और अर्धचालक प्रौद्योगिकी के भविष्य जैसे विषय शामिल रहे। प्रमुख वक्ताओं में डॉ. मंदीप सिंह, डॉ. मनीषा भारती, प्रो. मैक्सिम पुगाचेव्स्की, डॉ. बलविंदर राज, प्रो. जवाहर सिंह, और डॉ. बिनोद प्रसाद शामिल थे। उनके गहन विश्लेषण और प्रेरणादायक विचारों ने प्रतिभागियों को नई सोच और नवाचार के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. रत्नेश्वर कुमार और सह-समन्वयक डॉ. आशीष कुमार राव ने प्रतिभागियों, वक्ताओं और आयोजन टीम का आभार व्यक्त किया। मिस चित्रा साहू, प्रो. सुबोध कुमार त्रिपाठी और प्रोफेसर प्रियांक शर्मा ने आयोजन में विशेष योगदान दिया।
इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग की प्रमुख प्रो. नेहा मित्तल ने आयोजन टीम और वक्ताओं के प्रयासों की सराहना की।
अपने धन्यवाद भाषण में उन्होंने वाईस चैयरमेन पुनीत अग्रवाल, निदेशक प्रो. संजय कुमार सिंह और डीन प्रो. संजीव कुमार सिंह के मार्गदर्शन और प्रोत्साहन को इस सफलता का आधार बताया।
इस एफडीपी ने न केवल प्रतिभागियों के ज्ञान को समृद्ध किया बल्कि वीएलएसआई डिजाइन और नैनो टेक्नोलॉजी के तेजी से विकसित होते क्षेत्र में सहयोग और नवाचार को भी बढ़ावा दिया। यह सफल आयोजन एमआईईटी की शैक्षणिक उत्कृष्टता और अनुसंधान के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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