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Monday, April 21, 2025

बासमती बीज वितरण मेला एवं किसान गोष्ठी का भव्य आयोजन, सात राज्यों से पहुंचे 1000 किसान

 बासमती बीज वितरण मेला एवं किसान गोष्ठी का भव्य आयोजन, सात राज्यों से पहुंचे 1000 किसान



मेरठ। बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान (बीईडीएफ), हैप्पी भारत सरकार के प्रदर्शन एवं प्रशिक्षण फार्म पर बासमती बीज वितरण मेला एवं किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. सुनील तिवारी, उपनिदेशक कृषि डॉ. नीलेश चौरसिया तथा संयुक्त निदेशक डॉ. रितेश शर्मा द्वारा किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत के बाद अतिथियों ने किसानों को बासमती के बीज वितरित किए। यह जानकर सभी ने आश्चर्य जताया कि रात 12 बजे से ही किसान फार्म पर पहुंचने लगे थे। अलीगढ़ से आए किसान अनिश सबसे पहले पहुंचे, जिन्हें जागरूकता के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि को बीईडीएफ द्वारा उत्पादित बीज की गुणवत्ता और विश्वसनीयता का प्रमाण मिला जब यह देखा गया कि सैकड़ों किसान विभिन्न राज्यों से लंबी दूरी तय कर बीज प्राप्त करने हेतु फार्म पर प्रातः 6 बजे तक पहुंच चुके थे।

डॉ. सुनील तिवारी ने किसान गोष्ठी में कहा, "बासमती बीज की इस अभूतपूर्व मांग से स्पष्ट है कि आज का किसान न केवल जागरूक है, बल्कि उत्कृष्ट बीज के लिए किसी भी सीमा तक जा सकता है।"

डॉ. रितेश शर्मा, संयुक्त निदेशक, बीईडीएफ ने कहा कि प्रतिष्ठान किसानों को निर्यात योग्य बासमती उत्पादन हेतु उच्च गुणवत्ता युक्त बीज उपलब्ध कराता है और साथ ही नियमित प्रशिक्षण भी देता है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त किसानों द्वारा उत्पादित चावल ने न केवल देश को विदेशी मुद्रा दिलाई है, बल्कि किसानों की आय एवं जीवन स्तर में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

डॉ. नीलेश चौरसिया, उपनिदेशक कृषि, मेरठ ने किसानों को एपीडा से प्रशिक्षण प्राप्त कर बीज स्वयं तैयार करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने रसायनों के संतुलित प्रयोग एवं जैविक खेती को अपनाने पर विशेष बल दिया।

कार्यक्रम में दूर-दराज़ से आए किसानों ने बीज वितरण की उत्कृष्ट व्यवस्था, सभी के लिए भोजन तथा गोष्ठी में दिए गए ज्ञान की अत्यधिक सराहना की। जानकारी के अनुसार, सात राज्यों से लगभग 1000 किसान इस आयोजन में सम्मिलित हुए और करीब 700 क्विंटल बीज प्राप्त किया, जिसकी अनुमानित लागत 70 लाख रुपये रही। किसानों ने बीज उत्पादन की मात्रा बढ़ाने की मांग भी रखी, ताकि भविष्य में सभी को उनकी आवश्यकतानुसार बीज मिल सके।

कार्यक्रम में वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार तोमर, नेत्रपाल शर्मा, तथा योगेश कुमार, चंद्रकांत मिश्रा, यश कपिल, शुभम शर्मा, विनोद कुमार, बृजपाल, दिनेश, यशपाल सहित अनेक कार्मिकों ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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